14 May 2020
पतझड़

पतझड़

पतझड़ मैंने पिछले पतझड़, सूखे बागीचे में, पीले पत्तों के बीच, सूखी हवाओं में लहलहाता, एक गुलाबी पीपल का पेड़ देखा, बोगनविलिया की एक बेल ने...

क़यामत

क़यामत

क़यामत मुझे कहीं दूर हटा दो, हर आेर तुम ईंट लगा दो, या इटालियन मार्बल बिछा दो, फिर रंगीन ग्रानीइट सजा दो, याद रखना, बस एक क़यामत की दूरी...